हर्षोल्लसित ओणम 2024
11 सितंबर 2024, हिन्दी विभाग केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में शिक्षक और छात्रों के सम्मिलन में ओणम महापर्व हर्सोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर थिरुवादिरा नृत्य, ओणम सद्य, पोक्कुलम, म्यूज़िकल चेयर आदि आकर्षण के केंद्र थे।
शोधार्थी घनश्याम कुमार ने मंच संचालक की भूमिका निभाते हुए सर्वप्रथम ओणम उत्सव के बारे में बताते हुए स्वागत भाषण के लिए वरिष्ठ आचार्य प्रो.(डॉ) तारु.एस पवार सर को मंच पर आमंत्रित किया। विभागाध्यक्ष प्रो.(डॉ) मनु के साथ विभाग के अन्य सदस्य डॉ.धर्मेंद्र प्रताप सिंह तथा डॉ. सुप्रिया पी मैम और छात्र-छात्राओं तथा शोधार्थियों का सहर्ष स्वागत किया। सभी को बधाई देने के साथ शिक्षक धर्म का पालन करते हुए एक अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार समय विलंब के उदाहरण के माध्यम से समय के महत्व को समझते हुए बताया कि कार्यक्रम का समय पर होना आवश्यक होता है तथा सभी का होना भी अनिवार्य है।
अध्यक्षीय वक्ततव्य के विभागाध्यक्ष प्रो.(डॉ) मनु सर को मंच पर आमंत्रित किया। प्रो.(डॉ) मनु सर ने कार्यक्रम में बताया कि खुशी का समय है, सभी का होना चाहिए था। आगे कि कड़ी में मंच पर डॉ. सुप्रिया पी मैम आने का निवेदन किया। उन्होने बताया कि ओणम उत्सव के संदर्भ महाबली बारे में संक्षिप्त सुनाते हुए अनुभव किया कि महाबली के होने से कार्यक्रम की शोभा और बढ़ जाती। हालांकि बाद में विश्वविद्यालय का एक छात्र शाहिद ने महाबली के रूप में आकार सभी को चौंका दिया था। मैम ने यह भी बताया कि ओणम उत्सव के दौरान लगभग सभी घरों के आँगन में पुक्कलम (रंगोली जैसा) बनाया जाता है। डॉ.धर्मेंद्र प्रताप सिंह सर ने भी महाबली के बारे में थोड़ा विस्तार से सुनाया और बताया कि त्योहारों का वास्तविक पता तब चलता है जब अभिभावक बच्चों के साथ बाजार में खरीदारी करने जाते हैं। बच्चों के खुशी से ही त्योहारों का पता चलता है।
उत्सव कार्यक्रम के मध्यभाग में द्वितीय वर्ष के छात्राओं और डॉ. सुप्रिया पी मैम नें मिलकर ओणम के प्रसिद्ध पारंपरिक नृत्य तिरुवातिरा को प्रस्तुत किया। प्रथम वर्ष की छात्राओं ने भी तिरुवातिरा का अन्य प्रकार की मुद्राओं में प्रस्तुत किया था। इसके पश्चात कुछ खेलों का आयोजन किया गया। म्यूजिकल चेयर खेल को दो राउंड में खेला गया जिसमें द्वितीय वर्ष की छात्राएँ आर्य और अंजिमा ने जीत हासिल की। बिस्किट गेम में प्रथम वर्ष के छात्र नंदकिशोर आगे रहा तथा बिंदी लगाओ खेल में प्रथम वर्ष की छात्रा कीर्ति अव्वल रही।
कार्यक्रम में आगे प्रथम वर्ष तथा द्वितीय वर्ष के छात्राओं ने मिलकर एक और नृत्य को प्रस्तुत किया उसके पश्चात पारंपरिक भोजन सादया के साथ ओणम उत्सव कार्यक्रम का समापन हुआ।
प्रस्तुति- मनोज बिस्वास, शोधार्थी, हिन्दी विभाग, केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय
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