गुलशने हिन्दी कार्यक्रम का आयोजन
28 मई 2024, केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के हिन्दी प्रकोष्ठ तथा हिन्दी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में तथा हिन्दी अध्यापक मंत्र, कासरगोड जिले की सहयोगिता से कासरगोड जिले के स्कूलों में कार्यरत हिन्दी अध्यापकों के लिए दिनांक 28.05.2024 को एक दिवसीय हिन्दी कार्यशाला आयोजित की गई।
केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के नीलगिरी अतिथि गृह के सम्मेलन कक्ष में आयोजित इस कार्यशाला का उद्घाटन माननीय कुलपति (प्रभारी) प्रो. के.सी बैजु ने किया। उद्घाटन भाषण के दौरान माननीय कुलपति (प्रभारी) ने हिन्दी भाषा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हिन्दी के माध्यम से अपने देश को जानना बहुत महत्वपूर्ण बात है। हिन्दी भाषा को बढावा देने के लिए विश्वविद्यालय हमेशा विशेष ध्यान दे रहा है। अपने चारों तरफ के शैक्षणिक क्षेत्रों को ऐसे विस्तार कार्यक्रमों के जरिए प्रेरित करना विश्वविद्यालय का उत्तरदायित्व है, उन्होंने जोड़ा।
उद्घाटन सत्र में श्री सूफियान अहमद आई.ए.एस, उप जिलाधीश, कांजंगाड विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित थे। प्रो. मनु, अध्यक्ष, हिन्दी विभाग, केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय ने उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता की। श्रीमती पैनी के राज्य स्तरीय कार्वाहक सचिव, हिन्दी अध्यापक मंच ने आशीर्वचन दिया। उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय के हिन्दी अधिकारी डॉ. अनीश कुमार.टी. के ने स्वागत भाषण दिया और श्रीमती अमिता एस., हिन्दी अनुवादक ने कृतज्ञता ज्ञापित की। कार्यशाला में कासरगोड जिले के विभिन्न स्कूलों से कुल 60 हिन्दी अध्यापकों ने भाग लिया।
उद्घाटन सत्र के पश्चात्, कार्यशाला का प्रथम सत्र आरंभ हुआ। प्रथम सत्र का विषय "बोलचाल की हिन्दी और प्रयोग" रहा। प्रो. मनु, अध्यक्ष, हिन्दी विभाग, केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय प्रथम सत्र में संसाधन बत्ता रहे। उन्होंने हिन्दी भाषा का विकास और उस की भाषावैज्ञानिक विशेषताओं पर व्याख्यान दिया। मध्याहन भोजन के बाद "राजभाषा हिन्दी का महत्व विषय पर आयोजित द्वितीय सत्र में विश्वविद्यालय के हिन्दी अधिकारी डॉ अनीश कुमार टी.के ने कक्षाएँ नी। उन्होंने भारत सरकार की राजभाषा नीति और संघ के राजकीय प्रयोजनों के लिए हिन्दी भाषा कार्यान्वित करने के महत्व पर प्रकाश डाला।
समापन सत्र का उद्घाटन केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. एम. मुरलीधरन नम्ब्यार ने किया। पी. मनु की अध्यक्षता में संपत्र समापन सत्र में श्री मुरलीधरन टी.एम.वी. राज्य स्तरीय सांस्कृतिक समिति संयोजक, हिन्दी अध्यापक मंत्र और श्री बालचंद्रन पी.के, जिला अध्यक्ष, हिन्दी अध्यापक मंच ने आशीर्वचन दिया। प्रशिक्षार्थियों ने कार्यशाला के बारे में अपनी प्रतिक्रियाएँ व्यक्त कीं। तत्पश्चात प्रतिक्षार्थियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। थी मजित बाबु, जिला सचिव, हिन्दी अध्यापक मंच द्वारा कृतज्ञता ज्ञापन के साथ कार्यशाला समाम हुई।
प्रस्तुति- डॉ. अनीश कुमार टी के, राजभाषा अधिकारी, केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय
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