छात्रों को पाठ्यक्रम सामग्री उपलब्ध करवाना शिक्षकों की नैतिक जिम्मेदारी- प्रो. आरसु


दिनांक 07 फरवरी 2023, केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के हिंदी एवं  तुलनात्मक साहित्य विभाग तथा विभागीय अलुमिनी के संयुक्त तत्वाधान में ‘डॉ. आरसु संग एक मुलाकात’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार,अनुवादक पूर्व विभागाध्यक्ष, हिन्दी विभाग, कालिकट विश्वविद्यालय के प्रो. आरसु विद्यमान थे। हिन्दी विभाग के अध्यक्ष प्रो.मनु अध्यक्षीय भाषण देते हुए अपने विद्यार्थी जीवन के अनुभवों को साझा किया और अपने गुरुवर के समक्ष स्वरचित मलयालम काव्य पाठ कर सम्मानित किया। तत्पश्चात विभाग के पूर्व छात्रों एवं शोधार्थियों ने अविस्मरणीय स्मृतियों को उज़ागर किया। प्रो. आरसु ने विश्वविद्यालयी शैशवावस्था की स्थिति और गति को रेखांकित करते हुए कहा कि- ‘छात्रों को पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाना शिक्षकों की नैतिक जिम्मेदारी है’। राजभाषा अधिकारी डॉ. अनीश कुमार टी.के. ने प्रो. आरसु के साथ बिताये हुए पलों का उल्लेखित करते हुए, उन्हें मेहनती, आत्मीयता से परिपूर्ण व्यक्तित्व का धनी बताया। तत्पश्चात विभाग की पूर्व छात्रा दिलना के. ने विश्वविद्यालय के सात वर्षों की स्मृतियों को ताजा करते हुए उन्हें पितातुल्य व दानशीलता की प्रतिमूर्ति कहा और बताया कि कैसे उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार में मिली धनराशी को विश्वविद्यालयी योगदान के लिए समर्पित किया। विभाग के अन्य प्राध्यापकों ने अपने अनुभव प्रकट किए। विभाग की सहायक आचार्य व प्रो. आरसु की शोध छात्रा रही डॉ. सुप्रिया पी. ने अपने विद्यार्थी जीवन से लेकर प्राध्यापकीय जीवन तक की यादों को स्मरण करते हुए, उन्हें ‘प्रेरणास्रोत’ कहा। कार्यक्रम में विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. तारु एस पवार व अन्य प्राध्यापक, शोधार्थी व स्नातकोत्तर के छात्र उपस्थित रहें। कार्यक्रम के अंत में विभागीय अलुमिनी की अध्यक्षा  डॉ. दिलना के. ने धन्यवाद  ज्ञापन किया। विभाग के सहायक आचार्य व कार्यक्रम के संयोजक डॉ. राम बिनोद रे ने कार्यक्रम का संचालन किया।

हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. मनु

वर्ष 2015-17 बैच के पुरा छात्र वैष्णव पी वी

पुरा-छात्रा दिलना के. 

विभागीय शिक्षकों और पुरा छात्राओं संग प्रो. आरसु

हिन्दी विभाग की सहायक आचार्य डॉ. सुप्रिया पी

अलुमनी संयोजक और हिन्दी विभाग के सहायक आचार्य डॉ. राम बिनोद रे

केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के राजभाषा अधिकारी डॉ. टी के अनीश 

प्रो. आरसु संग हिन्दी विभाग के शोध छात्र 

प्रो. आरसु संग हिन्दी विभाग के एम ए द्वितीय वर्ष के छात्र  

प्रो. आरसु संग एम ए प्रथम सेमेस्टर के छात्र 


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