प्रथम वर्ष स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए 'प्रवेश कार्यक्रम' 2025 का आयोजन

4 जुलाई 2025, केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय के हिंदी एवं तुलनात्मक साहित्य विभाग में प्रथम वर्ष स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए 'प्रवेश कार्यक्रम' 2025 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) मनु द्वारा की गई। 

कार्यक्रम की शुरुआत में औपचारिक स्वागत विभाग के सहायक आचार्य डॉ धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने किया। इसके बाद नवागंतुक विद्यार्थियों ने परिचय दिया। तत्पश्चात स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों व शोधार्थियों ने अपना परिचय देते हुए अपने अनुभव साझा किए। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ मनु ने अपने संबोधन में कहा कि- इस विश्वविद्यालय का भौतिक और शैक्षिक वातावरण बहुत ही सुंदर एवं उच्च गुणवत्तापूर्ण है, जिसका पूरा-पूरा लाभ आप सभी को उठाना चाहिए। विभिन्न राज्यों के शोधार्थी यहां होने से आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। 

अभिभावक संयोजक (PTA Coordinator) व शोध मंच की कोऑर्डिनेटर डॉ सुप्रिया पी ने विभाग में होने वाले शोध से संबंधित कार्य को सविस्तार समझाया। प्लेसमेंट सेल की कोऑर्डिनेटर डॉ सीमा चंद्रन ने विगत वर्षों में इस विभाग के शोधार्थी-विद्यार्थियों की राजकीय सेवा में चयन की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। एल्युमुनाई व प्रवेश समिति कोऑर्डिनेटर डॉ राम बिनोद रे ने विद्यार्थियों को लगातार मेहनत करते रहने के लिए प्रेरित किया। NAAC और हिन्दी परिषद के कोऑर्डिनेटर डॉ धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने विभाग के यूट्यूब चैनल और ब्लाॅग पर विभाग में होने वाले कार्यक्रमों की गतिविधियों को दिखाते हुए कहा कि प्रत्येक कार्यक्रम की प्रमुख झलकियों विभाग के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया जाता है तथा ब्लाॅग में रिपोर्ट लिखकर अपलोड की जाती है। 

विभाग के वरिष्ठ आचार्य डॉ तारु एस पवार सर ने नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार पाठ्यक्रम के बारे में सविस्तार समझाते हुए कहा कि वर्तमान शिक्षा पूर्णतः विद्यार्थी केंद्रित हो गई है जिसमें  मूक कोर्स और ब्रिज कोर्स के द्वारा विद्यार्थी अपनी पसंद के अनुसार विषयों का चयन करते हुए शिक्षा अर्जित कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने अपने जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि अगर आप अपने लक्ष्य पर अडिग रहते हुए लगातार मेहनत करते हैं तो आपको सफलता प्राप्त करने कोई नहीं रोक सकता है। 

मंच संचालन कार्य शोधार्थी प्रियंका जवंजाल ने खूबसूरती से मोहक अंदाज़ में किया। कार्यक्रम के अंत में शोधार्थी इलियास मोहम्मद ने धन्यवाद ज्ञापित किया। 

रिपोर्ट लेखन - इलियास मोहम्मद (शोधार्थी) 

सहायता-नवीन कुमार साह (शोधार्थी), 

फोटोग्राफी - प्रदुन कुमार व तरुण कुमार (शोधार्थी)




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