'आज़ादी के बाद का भारत और नागार्जुन' विषय पर परिचर्चा
दिनांक 28 जून 2023, केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा शोध मंच के तहत 112वीं 'नागार्जुन जयंती' के उपलक्ष्य में 'आजादी के बाद का भारत और नागार्जुन' विषय पर विशेष परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा में हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) मनु, प्रो. (डॉ.) तारु. एस. पवार (पूर्व विभागाध्यक्ष) , डॉ. सीमा चंद्रन (सह-संयोजक शोध मंच), डॉ. सुप्रिया. पी, डॉ.धर्मेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. राम बिनोद रे (संयोजक शोध मंच) आदि उपस्थित रहे। शोध मंच की सचिव शोधार्थी प्रिया कुमारी ने कार्यक्रम का आगाज़ करते हुए शिक्षकों, शोधार्थियों, एम.ए के छात्र-छात्राओं का स्वागत किया। मुख्य वक्ता के रूप में शोधार्थी निशांत भूषण ने नागार्जुन की रचनाओं के माध्यम से तत्कालीन परिस्थितियों से अवगत कराया। अपने वक्तव्य के दौरान शोधार्थी निशांत ने नागार्जुन के जीवन के बारे मे बताते हुए उनकी कविता 'मातृभूमि, अंतिम प्रणाम', 'सिंदूर तिलकित भाल', 'आओ रानी, हम ढोएंगे पालकी', 'बाकी बच गया अंडा', 'मंत्र' आदि कविताओं पर अपने विचार प्रकट किए।'सिंदूर तिलकित भ...