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Showing posts from March, 2025

दो-दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी द्वारा पर्यावरणीय विमर्श पर मंथन : हिन्दी एवं तुलनात्मक साहित्य विभाग का हरित संवाद

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           5-6 मार्च 2025 को , हिन्दी एवं तुलनात्मक साहित्य विभाग , केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा ‘हिंदी साहित्य में पर्यावरण : हरित संवाद’ विषय पर दो-दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का उद्देश्य हिंदी साहित्य में पर्यावरणीय चेतना और हरित विमर्श को केंद्र में रखते हुए सार्थक संवाद स्थापित करना था। हरित संवाद की इस दो दिवसीय यात्रा में देशभर के दस से अधिक विश्वविद्यालयों से शोधार्थियों और विद्यार्थियों का प्रतिनिधित्व रहा और 38 से अधिक शोध प्रपत्र प्रस्तुत किए गए। दस से अधिक विषय विशेषज्ञों ने अपने ज्ञान से संगोष्ठी को समृद्ध करते हुए महत्वपूर्ण ज्ञानवर्धक वक्तव्य दिया। उदघाटन सत्र           प्रिया कुमारी (शोधार्थी , हिन्दी विभाग , केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय) द्वारा संचालित उदघाटन सत्र का शुभारंभ विश्वविद्यालय कुलगीत के साथ हुआ। प्रो. अमृत जी. कुमार (अकादमिक अधिष्ठाता) ने सहयोगी गणों के साथ दीप प्रज्वलन कर संगोष्ठी का उद्घाटन किया। प्रो. (डॉ.) तारु एस. पवार (हिन्दी विभाग , केरल ...

पाँच दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला ‘शोध और प्रकाशन की नैतिकता’ का सफलतापूर्वक आयोजित

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01 मार्च 2025, हिन्दी विभाग, केरल केन्द्रीय विषयाविद्यालय। ‘शोध और प्रकाशन की नैतिकता’ विषय पर आयोजित पाँच दिवसीय कार्यशाला 24 फरवरी से 01 मार्च 2025 तक सफलतापूर्वक आयोजित हुई। कार्यशाला के प्रथम दिन की शुरुआत शोधार्थी प्रगति के संचालन द्वारा हुई । इसकी शुरुआत ‘विश्वविद्यालय कुलगीत’ गीत से हुई। केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य प्रो तारु एस पवार  ने स्वागत भाषण दिया। आपने क्रमशः कार्यवाहक कुलपति और संकायाध्यक्ष प्रो. जोसफ कोइपल्लि, प्रो. डॉ मनु, प्रो. जयश्री, डॉ अनीश कुमार टी के, डॉ सीमा चंद्रन, डॉ धर्मेन्द्र,  डॉ राम बिनोद  डॉ सुप्रिया, ऑनलाइन एवं ऑफलाइन जुड़े सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। इसके पश्चात दीप प्रज्वलन भी किया गया। अध्यक्षीय भाषण हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो डॉ मनु  ने दिया। आपने भविष्य, विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं साहित्य के साथ सामंजस्य बैठाते हुए AI और plagiarism का अन्तः संबंध बताया।         इसके पश्चात कार्यवाहक कुलपति और संकायाध्यक्ष प्रो। जोसफ कोइपल्लि ने प्रकाशन का महत्व एवं उनके कार्यों को समझाया। आपने AI और नैतिकता क...