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हिंदी विभाग द्वारा अभिभावक-शिक्षक बैठक (PTA Meeting) का आयोजन

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दिनांक  08  अगस्त  2025,  केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा अभिभावक-शिक्षक बैठक ( PTA Meeting)  का आयोजन किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य छात्रों की शैक्षणिक प्रगति और विश्वविद्यालय जीवन से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर अभिभावकों के साथ संवाद स्थापित करना था। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालयी कुलगीत के साथ हुआ और बैठक में उपस्थित सभी अभिभावकों ,  शिक्षकों ,  विद्यार्थी व शोधार्थियों का सम्मानपूर्वक स्वागत सम्बोधन  PTA  संयोजक ,  डॉ. सुप्रिया पी. द्वारा किया गया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) मनु ने छात्रों और अभिभावकों को प्रोत्साहित करते हुए विभाग व पाठ्यक्रम के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने विभाग की गतिविधियों और भविष्य की अपेक्षाओं पर प्रकाश डाला। इसके पश्चात , प्रो. (डॉ.) तारु एस.पवार ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ( UGC) के दिशा-निर्देशों और नए सेमेस्टर पाठ्यक्रम पैटर्न के बारे में विस्तार से जानकारी दी , जिससे अभिभावकों को मूल्यांकन प्रक्रिया समझने में आसानी हुई। डॉ. सीमा चंद्रन ने छात्राव...

फ्रेशर्स पार्टी 'शुरुआत-ए-सफर' का आयोजन

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केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय में 04 अगस्त, 2025 को हिन्दी एवं तुलनात्मक साहित्य विभाग में  प्रथम वर्ष स्नातकोत्तर छात्रों के लिए फ्रेशर्स पार्टी “शुरुआत-ए-सफर” का आयोजन किया गया था। विभागाद्यक्ष प्रो. (डॉ.) मनु, वरिष्ठ आचार्य प्रो. (डॉ.) तारु.  एस.  पवार, सहायक आचार्य डॉ. सीमा चंद्रन, डॉ. राम बिनोद राय, डॉ. धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ. सुप्रिया पी. , राजभाषा अधिकारी डॉ. अनीश कुमार टी. के., अनुवादक दिव्या, टंकण क्लर्क आदर्श मौजूद थे।    द्वितीय वर्ष के छात्रों द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों और नवांगतुक शोधार्थियों को पुष्प देकर, स्वागत के साथ हुआ। प्रत्येक नवंगुतकों से अपना परिचय देने के लिए कहा गया, जिसके साथ एक टास्क जुड़ा हुआ था। इस टास्क को शोधार्थी श्राव्या वी. ने बख़ूबी पूरा किया।  उसके बाद सभी आचार्यों ने अपने अनुभव साझा करते हुए सबको प्रोत्साहित किया एवं भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी।       मनोरंजनात्मक खेल में बलून इन द कप, पिरामिड बनाना, मोमबत्ती बुझाना जैसे विविध प्रकार के खेलों को प्रस्तूत किय...

केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में हिन्दी परिषद् द्वारा आयोजित प्रेमचंद जयंती कार्यक्रम

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केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में हिन्दी परिषद् द्वारा कथा सम्राट प्रेमचंद की 145वीं जयंती पर एक दिवसीय साहित्यिक विचार चर्चा का आयोजन किया गया जिसका विषय “प्रेमचंद का साहित्य : आधुनिक संदर्भ” था। इस साहित्यिक चर्चा का संचालन विभाग की शोधार्थ श्राव्या वी. द्वारा किया गया। कार्यक्रम का आरंभ कुलगीत से हुआ। स्वागत भाषण विभाग के वरिष्ठ आचार्य प्रो. तारु एस.पवार द्वारा दिया गया उन्होने बताया की आधुनिक हिन्दी साहित्य के सभी विमर्शों का उद्गम प्रेमचंद के साहित्य में हमें मिलता है और आज के संदर्भों से जोड़ते हुए उन्होने बताया की प्रेमचंद का साहित्य आज भी प्रासंगिक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. मनु ने अपनी कविता का उल्लेख किया और प्रेमचंद की पंक्तियाँ जिसको वे कविता भी कहते हैं का ज़िक्र किया “वेतन तो पूरनमासी का चाँद है , जो एक दिन दिखाई देता है और घटते-घटते लुप्त जो जाता है।” आशीर्वचन विश्वविद्यालय के राजभाषा अधिकारी  डॉ. अनीश कुमार टी. के. द्वारा दिया गया जिसमें उन्होने दो बातों का ज़िक्र किया- 1. प्रेमचंद ने हिन्दी कथा साहित्य के लिए नई नीव...

पीएच. डी. के शोधर्थियों की सत्रांत खुली प्रस्तुति

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16 जुलाई 2025, हिन्दी विभाग केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय में पीएच. डी. के शोधर्थियों की सत्रांत खुली प्रस्तुति कक्ष संख्या - 213 में अपराह्न 02.30 बजे सेआयोजित की गयी-  प्रिया कुमारी-    साहित्यिक तथ्य विश्लेषण (शेखर जोशी की कहानियों के आधार पर)  बाबूलाल उराँव-  कुँड़ुख़ शब्द का अर्थ, उत्पत्ति तथा कुँड़ुख़ भाषा की परिभाषा और संक्षिप्त परिचय  प्रियंका बी. जवंजाल-   स्वतंत्रता पूर्व दलित आन्दोलन (समता/जाति प्रथा उन्मूलन) प्रदुन कुमार-  ममता कालिया का ‘दौड़’ उपन्यास : आजीविका सन्दर्भ मंच संचालन हिन्दी विभाग की शोधार्थी श्राव्या वी और धन्यवाद ज्ञापन योई जामो ने किया।  

शोधार्थियों की सत्रांत खुली प्रस्तुति

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09 जुलाई 2025, हिन्दी विभाग केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय में पीएच. डी. के शोधर्थियों की सत्रांत खुली प्रस्तुति कक्ष संख्या - 213 में अपराह्न 02.30 बजे सेआयोजित की गयी-  धन राज- उपन्यासों में किसान और ऋण : समस्या और समाधान  आदित्य- हिंदी ग़ज़ल : एक सफ़र इलियास मोहम्मद (तीसरी प्रस्तुति)- लोक और समाज की अंतः संबंधात्मक क्रिया प्रक्रिया।   योयी- अरुणाचल प्रदेश की आदी जनजाति की उप-जनजाति ‘मिन्योङ’ बोली का व्याकरणिक स्वरूप